बंडामुंडा के युवक की राजस्थान के अजमेर में हत्या परिजनों ने लगाई गुहार. बुधवार सुबह बंडामुंडा पहुंचा पार्थिव शरीर
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रेलनगरी बंडामुंडा के एक युवक गुरुवार की शाम संदिग्ध परिस्थितियों में राजस्थान के अजमेर में हुई मौत . यह घटना पूरे शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है.बंडामुंडा बी सेक्टर 239 के निवासी रेलवे के ऑपरेटिंग विभाग में कार्यरत ताबलू तांती के बड़े पुत्र हरीश कुमार तांती की गुरुवार की शाम राजस्थान के अजमेर के एक अस्पताल में मौत हो गई.लेकिन हरीश की मौत उसके परिवार और शहर के लोगों के लिए रहस्य बन गया.पिता से बात के कुछ ही घंटे बाद हरीश की मौत को परिवार के लोगों ने हत्या बताई है. हरीश के परिवार ने शासन प्रशासन से न्याय दिलाने की गुहार लगाई है ।

मिली जानकारी के अनुसार हरीश तांती करीब दस दिन पहले काम करने के लिए बंडामुंडा से गाजियाबाद गया था.उसके बाद गुरुवार की सुबह हरीश किसी एक नए कंपनी में काम करने के लिए दिल्ली से ट्रेन के माध्यम से राजस्थान के अजमेर के लिए निकला , जिसकी सूचना उसके परिवार को थी.वह अपने स्टेशन तक पहुंचता इससे पहले गुरुवार की दोपहर में अचानक हरीश के भाई की फोन आया.फोन उठाते ही किसी आदमी ने पूछा हरीश तांती आपके घर के रिश्तेदार हैं क्या ? जिसके बाद हरीश के भाई ने जवाब दिया की हां , मेरा बड़ा भाई है हरीश.फिर उस आदमी ने कहा कि वह अजमेर जीआरपी थाने से बोल रहे हैं , हरीश ट्रेन में दूसरे के समान के साथ छेड़ छाड़ करते पकड़ा गया है.अभी थोड़े देर बाद उसे कोर्ट भेजा जाएगा,फिर जीआरपी कर्मी ने हरीश के भाई को एक वकील का फोन नंबर भी दिया और कहा की यह एक वकील का नंबर है उनसे बात कर लो , वे तुम्हारे भाई का बेल करवा देंगे.जिसके बाद हरीश के पिता ताबलु तांती ने अपने बेटे के बेल के लिए उक्त वकील से बात कर ऑन लाइन के माध्यम से वकील को पांच हजार रुपए भेजे .फिर शाम को पांच बजे वकील ने हरीश के पिता ताबलू तांती को फोन कर के बोला कि आपके बेटे को 151 धारा लगा था अब बेल हो चुकी है.इतने में हरीश के पिता ने वकील को कहा कि मुझे मेरे बेटे से बात करनी है .जिस के बाद वकील के फोन पर हरीश ने डरे सहमे हुए आवाज से अपने पिता को कहा कि पापा मैं शायद अब घर नहीं लौट पाऊंगा,में कुछ गलत नही किया हु मुझे दो लोग द्वारा फसाया गया है.जिसके बाद वकील ने हरीश के पिता से कहा कि वे हरीश को जीआरपी थाना में सौप दिया है और जीआरपी वाले ट्रेन में बैठा देंगे और वो जल्द ही घर पहुंच जाएगा.इतने में हरीश के परिवार ने थोड़ी राहत की सांस ली.अचानक शाम को फिर एक नई नंबर से हरीश के भाई के पास फोन आया, जिस पर एक आदमी ने कहा कि वह अजमेर सरकारी अस्पताल से बोल रहे हैं , हरीश की मौत हो चुकी है,यह बात सुनकर हरीश के माता – पिता समेत पूरा परिवार सदमें में आ गया .सबका रो – रो कर बुरा हाल है फिर अस्पताल के उस आदमी ने हरीश के भाई के फोन पर वीडियो कॉल कर हरीश के शव को दिखाया ,हरीश के परिवार के लोगों ने देखा कि हरीश का सिर और नाक फटी हुई थी ।

हरीश का पूरा चेहरा खून से लथपथ था ,हरीश के पिता ने उक्त अस्पताल कर्मी से उनके बेटे की मौत का कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि आप लोग अस्पताल आकर अपने बेटे की लाश लेकर जाएं ,यह सूचना पाने के बाद हरीश के परिवार के लोगों के मन में हरीश की मौत को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं , हरीश के पिता ताबलू तांती और मां रुक्मिणी तांती ने हरीश के मौत को हत्या बताया है ,उन्होंने ओडिशा प्रदेश सरकार से गुहार लगाई है कि उनके बेटे की मौत का पूरी जांच करवाए ,हरीश के पिता और मामा शुक्रवार के दोपहर में एंबुलेंस के माध्यम से अजमेर गए है,बुधवार सुबह दस बजे बंडामुंडा पार्थिव शरीर लाया गया फिर अंतिम संस्कार के लिए वेदव्यास घाट ले गए.समाज के परिजन, रिश्तेदार और सगे-संबंधी उनके घर में श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे जिनमे अधिवक्ता देवानंद तांती,बीजद के युवा नेता चंदन तोरई,समाज के जशोवंती बाघ, समाजसेवी परमजीत सिंह संधू,और झिल्ली दास थे।